अन्यथा याद रखो प्रलय मुझमें ही रहता है कहीं। अन्यथा याद रखो प्रलय मुझमें ही रहता है कहीं।
हे धरा कितना त्याग, समर्पित रूप है आपका ! हे धरा कितना त्याग, समर्पित रूप है आपका !
मिली है कोख से माँ की हमारी मातृभाषा है। मिली है कोख से माँ की हमारी मातृभाषा है।
गृहस्थ, समाज, रिश्ते निभाती सर्वस्व अपना न्योछावर करती गृहस्थ, समाज, रिश्ते निभाती सर्वस्व अपना न्योछावर करती
तुमने कहा उसने राम को आक्षेपित किया सीता के लिए कृष्ण और अर्जुन को द्रौपदी के लिए सीता ने नही,द्रौपद... तुमने कहा उसने राम को आक्षेपित किया सीता के लिए कृष्ण और अर्जुन को द्रौपदी के लि...